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चन्द्रशेखर आज़ाद ने किसान आंदोलन के समर्थन में प्रशासन को दिया 7 दिन का समय, संजय सिंह भी पहुँचे धरने में

चन्द्रशेखर आज़ाद ने किसान आंदोलन के समर्थन में प्रशासन को दिया 7 दिन का समय, संजय सिंह भी पहुँचे धरने में

Greater Noida , ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसान महापड़ाव के 50 वे दिन बहुत बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर धरना स्थल पर पहुंचे और प्राधिकरण के विरुद्ध जोरदार तरीका से प्रदर्शन किया। धरने की अध्यक्षता जगदीश नंबरदार ने व संचालन टीकम नागर व मास्टर रणबीर सिंह ने किया।

  किसानों के धरने को समर्थन देने के लिए आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह किसान नेता पूनम पंडित, सीटू की राष्ट्रीय सचिव ए आर सिंधु, किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष व पूर्व विधायक कृष्णा प्रसाद, समाजवादी पार्टी के जिले के वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय लोक दल के वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व विभिन्न संगठनों ने अपना समर्थन दिया।

 आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अब किसान और मजदूर अपनी समस्या को समझने लगे हैं और वह एकजुट होकर अपने हकों के प्रति जागृत हो रहे हैं, साथ ही उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि इन किसानों के अधिकारों को उनको दिया जाए और जो किसान जेल में बंद है उन्हें जल्द से जल्द बिना शर्त के रिहा किया जाए अन्यथा आजाद समाज पार्टी एक सप्ताह बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर तालाबंदी करने का कार्य करेंगी साथ ही उन्होंने दोहराया कि जेल के अंदर जो हमारे किसान बंद हैं उनको जेल प्रशासन प्रताड़ित करने का कार्य ना करें वरना बड़ी संख्या में धरना स्थल से जेल भरो कार्यक्रम भी चलाया जाएगा और प्रशासन ने जो किसानों के धरना स्थल से सामान जप्त किया है उस सामान को जल्द से जल्द लौटाने का कार्य करें।
 
 आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को अदाणी के हाथ गिरवी रखना चाहते हैं सभी चीजें अडानी के नाम करी जा रही हैं  रेलवे स्टेशन हो एयरपोर्ट हो बस स्टॉप हो पोर्ट हो सभी को अदाणी को दिया जा रहा है ऐसा लगता है कि देश के अंदर लोकतंत्र ना होकर अदाणी का राज हो किसान मजदूर को उसका हक नहीं मिल रहा है उसको अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर संघर्ष करना पड़ रहा है उसकी सुनने वाला कोई नहीं है क्या इस तरीका से भारत विश्व गुरु बनेगा? साथ ही साथ उन्होंने प्राधिकरण में बैठे अधिकारियों से भी कहा कि किसानों के साथ अन्याय करने का कार्य न करें आप भी अवश्य किसी न किसी किसान परिवार से आते होंगे और किसान परिवार की पीड़ा क्या होती है उससे आप भली-भांति वाकिफ होंगे सरकारें तो आती जाती रहती हैं परंतु आप लोगों को सरकार के इशारे पर काम न करके न्याय के सिद्धांत पर कार्य करना चाहिए। 

 वही सीटू की राष्ट्रीय सचिव ए आर सिंधु के नेतृत्व में अनुराग सक्सेना, गंगेश्वर दत्त शर्मा, रामसागर, मुकेश कुमार राघव आदि सीटू कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर किसानों की बिना शर्त रिहाई व धरना स्थल से जप्त किए गए सभी सामान की वापसी और किसान- मजदूर आंदोलन में पुलिस का अनावश्यक हस्तक्षेप बंद कराने की मांग को लेकर डीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन दिया और किसान महापंचायत में हिस्सा लिया। किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए सीटू नेता ए आर सिंधु ने सरकार व प्राधिकरण की मजदूर किसान विरोधी नीतियों पर कड़ा प्रहार किया और कहा कि मजदूर किसान आंदोलन में पुलिस का अनुचित हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस मुद्दे को लेकर हम बड़ा आंदोलन करेंगे।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर रहे उन्हें यह नहीं दिखाई दे रहा है कितनी भीषण गर्मी में भी पूरे के पूरे परिवार 50 गांवों के किसान महिला व पुरुष बच्चे व बूढ़े सभी इस धरने में शामिल हैं उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह बाहर निकल कर आए और किसानों की समस्याओं का निराकरण करें इन्हीं किसानों ने उन्हें भारी बहुमत से जिता कर सदनों में अपनी आवाज उठाने के लिए भेजा था।

 किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि पिछले 50 दिनों से किसान इस धरने पर बैठे हुए हैं और इस क्षेत्र से भारी संख्या में दिन और रात लोग जुटे हुए हैं लोकतंत्र में किसानों का यह अधिकार है कि वह अपनी आवाज सुनाने के लिए धरना दे सकते हैं परंतु ना ही तो प्राधिकरण को ना ही सरकार को इन लोगों के हक और अधिकार की चिंता है छोटे-छोटे बच्चे धरने में आ रहे हैं बुजुर्ग इस धरने में शामिल हैं अगर ऐसी भयंकर गर्मी में कोई अनहोनी हो गई तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी जो लोग धरने में प्रमुख रूप से भूमिका निभा रहे हैं उन्हें अलग अलग तरीका से प्रताड़ित किया जा रहा है फर्जी मुकदमे उन पर लगाए जा रहे हैं डराया जा रहा है धमकाया जा रहा है यह लोकतंत्र की हत्या जैसा है।

  धरने में मुख्य रूप से नरेंद्र भाटी, सुनील फौजी, हरेंद्र खारी, सुधीर भाटी, इंद्र प्रधान, जनार्दन भाटी, प्रकाश प्रधान, राजेश प्रधान, रविंद्र भाटी, संदीप थापखेड़ा, एमपी यादव, सतीश यादव,दिनेश कुमार ,अमित भाटी पाली, अजय एड०, डॉक्टर महेंद्र नागर, अजय चौधरी, सुरेंद्र पंडित, रीना भाटी, कुसुम, रेखा रावल, संगीता रावल, सुनीता, बबीता, सुशील प्रधान, बबली गुर्जर, विकास गुर्जर, राजीव नागर, नरेंद्र प्रधान, अक्षय चौधरी, अविनाश भाटी, मोहित नागर, सुशांत भाटी, आकाश नगर, अजय पाल भाटी, सतीश यादव, जनवादी महिला समिति की नेता आशा यादव रेखा चौहान चंदा बेगम गुड़िया देवी सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।

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