कड़ाके की ठंड में अलाव बना सहारा,सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जल सके अलाव सुबह-शाम सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठंड
Uttar Pradesh वाराणसी, जनवरी के पहले सप्ताह में हाड़ कपकपाने वाली सर्दी का अहसास शुरू हो गया है। बर्फीली हवाएं और घने कोहरे से पारा एक दम नीचे आ गया है। कड़ाके की ठंड में लोगों ने अलाव का सहारा लेकर दिन व्यतीत किया। गुरुवार को सुबह पांच बजे से ही राजातालाब क्षेत्र को कोहरे की चादर ने आगोश में ले लिया है। बर्फीली हवाएं चलने लगी। छाई बदरी से बढ़ी ठंड जिसमें वाशिंदों की दिनचर्या प्रभावित हो गई। ठंड को देख लोग रजाईयों से बड़ी मुश्किल से उठ पाये। क्षेत्र में जगह-जगह ठंड से बचने के लिये लोगों ने अलाव जलाए और उसकी ऑच के सहारे बैठे रहे। सूर्यदेव के दर्शन दोपहर एक बजे के बाद हुये धूप भी सर्दी के सामने अपना असर नही दिख सकी। वहीं कोहरे में वाहन चालक अपनी लाईटे दिन में चालू कर निकलें। ठंड का आलम यह है कि रात में लोग घर से कम निकल रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत तीमारदारों, यात्रियों व वाहन चालकों को हो रही है। बावजूद इसके अफसर समस्या का निस्तारण करने के बजाय केवल बयानबाजी तक सिमट गए हैं। प्रशासन की ओर से अब तक सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं कराई गई है।
नहीं किए गए अलाव के इंतजाम
स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र के रैन बसेरा की सफाई के साथ व्यवस्था के इंतजाम कर लिए गए हैं, लेकिन अब तक अलाव कही नहीं जलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण सुबह-शाम चलने वाली सर्द हवाएं लोगों को ठिठुरने को मजबूर कर रहीं हैं। जिला प्रशासन ने अब तक अलाव जलवाने के इंतजाम नहीं किए हैं। लोग कागज व लकड़ी के टुकड़े जलाकर ठंड से निजात पाने की जुगत कर रहे हैं।
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