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Uttar Pradesh : वन विभाग द्वारा उजाड़ने की नोटिस प्राप्त पीड़ितों ने संविधान दिवस मनाया

Uttar Pradesh : वन विभाग द्वारा उजाड़ने की नोटिस प्राप्त पीड़ितों ने संविधान दिवस मनाया

Mirzapur , अहरौरा/ जमालपुर क्षेत्र के हिनौता गाँव के सैकड़ों वंचित समुदायों के परिवारों को वन विभाग द्वारा जारी नोटिस उजाड़ने के प्रकरण में पीड़ितों ने संविधान दिवस के अवसर पर शनिवार को आशा ट्रस्ट और खदान मज़दूर यूनियन की ओर से आयोजित कार्यक्रम संविधान दिवस मनाया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज के दिन 1949 में हमारे देश का संविधान बनकर तैयार हुआ था, जिसके निर्माता भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर हैं। उन्होंने रात-दिन एक करके शोषित वंचित समाज के साथ-साथ पूरे देश को न्याय, समता, समानता, अधिकार सबको समान दर्जा दिलाया। पीड़ितों ने कहा कि उन्हें संविधान के अनुरूप आज तक न्याय नहीं मिला। आज देश में चारों ओर दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक और पिछड़ों पर हर रोज जानलेवा हमले, बहिष्कार, उत्पीड़न, जुल्म ज्यादती जग जाहिर हैं। हिनौता गाँव के वन विभाग द्वारा उजाड़ने के प्रकरण में लोगों ने तुरंत न्याय की मांग की है।

बनारस से पधारे सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि संविधान दिवस के अवसर पर गाँव में स्थित बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि देकर उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। जिसमें 470 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां हैं और यह संविधान 2 साल 11 माह 18 दिन में बनकर तैयार हुआ था। इस अवसर पर खदान मजदूर यूनियन के संयोजक महेंद्र राठौर ने कहा कि दुनियाभर के तमाम संविधानो को बारीकी से देखने के बाद डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया था।

वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्री उर्मिला विश्वकर्मा ने बताया कि भारतीय संविधान सभी भारतीयों को समान स्वतंत्रता, समानता, भ्रातृत्व और समान न्याय प्रदान करता है। इसी तरह क्षेत्र के वंचित समुदायों के बीच मानिकपुर, महूली, मझवा, जेसवा, वेलखरा, कंचनपुर, बाराडीह, धुरियाँ आदि गाँव में संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महेंद्र राठौर, राजकुमार गुप्ता, उर्मिला विश्वकर्मा, राजेश यादव, सीमा देवी, सुमन कुमारी, राहुल, रूबी, दुर्गावती, कृष्णावती, राधिका, रेखा, मुन्नी, कमला, जमुना, जोथन, शिवकुमारी, आरती, राधेश्याम, चंदावती, अनिला, चन्द्रकला रज्जो, रोहित, रानी, कुमारी, मालती, शांति, रीता, नीलम सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।

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