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बढ़ती महंगाई बेरोजगारी व सरकार की नीतियों के खिलाफ माकपा ने किया विरोध प्रदर्शन

बढ़ती महंगाई बेरोजगारी व सरकार की नीतियों के खिलाफ माकपा ने किया विरोध प्रदर्शन

Noida , बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी को रोकने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाए जाएं तथा शहरी रोजगार योजना शुरू की जाए। खाने पीने के सामान पर जीएसटी तुरंत वापस ली जाए! पेट्रोलियम उत्पादों पर सभी उपकर वापस लिए जाएं! सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों एवं संस्थानों को बेचना बंद किया जाए! हर परिवार को राशन कार्ड मुहैया कराया जाए, सभी आवश्यक वस्तुओं विशेषकर दाल और खाद्य तेल को सार्वजनिक वितरण प्रणाली में शामिल किया जाए!
 मेहनतकशों के बच्चों की पहुंच से शिक्षा को दूर करने वाली राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को रद्द किया जाए! जनवादी अधिकारों और संवैधानिक संस्थानों पर हमले बंद किए जाएं राजद्रोह का कानून रद्द किया जाए! गांव व मजदूर बस्तियों/ कालोनियों में सभी मूलभूत नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मजदूरों के लिए न्यूनतम वेतन ₹26000 घोषित किया जाए आदि मांगों/ समस्याओं को लेकर पिछले 1 सप्ताह से अभियान चलाने के बाद भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय सेक्टर- 8, नोएडा से श्रम कार्यालय सेक्टर- 3, नोएडा तक जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया और पाल सेल्स प्राइवेट लिमिटेड ए- 94/3, सेक्टर- 58, नोएडा के प्रबंधकों द्वारा गैरकानूनी तरीके से नौकरी से निकाले गए श्रमिकों को छतिपूर्ति सहित कार्य पर भिजवाने के लिए उप श्रम आयुक्त को ज्ञापन दिया.

 प्रदर्शन को माकपा जिला प्रभारी गंगेश्वर दत्त शर्मा, सीटू जिला महासचिव रामसागर, सचिव राम स्वारथ, जनवादी महिला समिति की नेता रेखा चौहान, सीटू नेता लता सिंह, गुड़िया देवी, सरस्वती सुधा, राजकरण सिंह, सुनील पंडित, हुकम सिंह आदि ने संबोधित करते हुए केंद्र प्रदेश सरकार की जनविरोधी मजदूर विरोधी नीतियों की कड़ी निंदा किया इसके बाद माकपा, सीटू, जनवादी महिला समिति के कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर पहुंचकर प्रदर्शन किया जिसे सीपीआईएम की राष्ट्रीय नेता पूर्व सांसद कॉमरेड वृंदा करात, सीपीआईएम दिल्ली एनसीआर राज्य सचिव कॉमरेड के.एम. तिवारी, सचिव मंडल सदस्य आशा शर्मा, मैमूना, पुष्पेंद्र ग्रेवाल, साहिबा फारुकी आदि ने संबोधित किया।

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