Varanasi UP Breaking : लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में उतरे रखौना के सत्याग्रही तो हरकत में आए अधिकारी
रखौना गाँव में सर्विस रोड निर्माण किए जाने की मांग को लेकर पिछले छह दिनों से गाँव बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सत्याग्रह कर रहे ग्रामीण सातवें दिन सोमवार को लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में उतरे तो हरकत में आए अधिकारी दोपहर बाद धरने पर पहुंचे एसडीएम न्यायीक मदन मोहन वर्मा ने ज्ञापन लेकर सत्याग्रहियों से वार्ता कर अपने स्तर से समस्या के समाधान का आश्वासन पर धरना स्थगित करवाया।
सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि समस्या के समाधान होने तक प्रतिदिन सत्याग्रह किया जाएगा।
इसके पहले लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध एवं आंदोलन के दौरान मृत व घायल किसानों के परिजनों को मुआवजा दिलाने, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को भी लेकर प्रदर्शन किया। सरकार व प्रशासन के खिलाफ तथा किसानों को न्याय दिलाने को लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे। निहत्थे किसानों को भाजपा नेताओं ने गाड़ियों से कुचला। घटना में कई किसानों की मौत हुई और कई गंभीर घायल हैं। किसानों के साथ ऐसा व्यवहार घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन की तरह से दमनकारी नीतियां अपनाकर प्रदेश सरकार का यह कृत्य लोकतंत्र पर काला धब्बा है। अंत में दो मिनट का मौन रखकर मृतक आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सत्याग्रह का समापन किया गया।
संचालन अधिवक्ता श्याम सुंदर त्रिपाठी ने किया सत्याग्रह में राजकुमार गुप्ता, हरसोस प्रधान प्रतिनिधि ओमप्रकाश सिंह पटेल, मनरेगा मज़दूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर, अधिवक्ता हरीओम दुबे, नरेंद्र कुमार, राजेश, प्रदीप, शोभनाथ, पुलरू, प्रमोद मौर्य, अशोक कुमार, रूश्तम अली, मन्नुलाल, अंगद, जीतलाल, गोविंद, लल्लन, कुलदीप, आदि सैकड़ों लोग शामिल थे।
0 Response to "Varanasi UP Breaking : लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में उतरे रखौना के सत्याग्रही तो हरकत में आए अधिकारी"
Post a Comment