CPIM : मेहनतकश मजदूरों किसानों के मुद्दों पर जन संघर्षों को तेज करने के आह्वान के साथ माकपा का त्रिवार्षिक सम्मेलन संपन्न
नोएडा, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का त्रिवार्षिक- 8 वां जिला सम्मेलन 15 अगस्त 2021 को हरौला सेक्टर- 5, नोएडा सामूदायिक केन्द्र पर संपन्न हुआ। सम्मेलन की शुरुआत पार्टी के वरिष्ठ माकपा व किसान नेता कॉमरेड सरदाराम भाटी द्वारा झंडारोहण और शहीद वेदी पर फूल अर्पण करने के साथ हुई। सम्मेलन की कार्रवाई को सुचारू रूप से चलाने के लिए 3 सदस्य अध्यक्ष मंडल सरदाराम भाटी, गंगेश्वर दत्त शर्मा व आशा यादव को चुना गया।
सम्मेलन की कार्रवाई शुरू करने से पहले अध्यक्ष मंडल की ओर से कॉमरेड गंगेश्वर दत्त शर्मा ने शोक प्रस्ताव रखते हुए दिवंगत नेताओं, जनवादी आंदोलनों में हुए शहीदों, सांप्रदायिक हिंसा, प्राकृतिक आपदाओं व कोरोना महामारी में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की गई तथा देश की आजादी के आंदोलन में शहीद हुए क्रांतिकारियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन सीपीआईएम दिल्ली एनसीआर राज्य कमेटी सचिव मंडल सदस्य कामरेड अनुराग सक्सैना ने किया। उन्होंने अपने भाषण में मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में चल रहे आर्थिक संकट और उसके कारण जनजीवन पर पड़ रहे प्रभाव और आम जनता के हक अधिकारों पर किए जा रहे हमले को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनतांत्रिक मूल्यों को कुचल रही है और मजदूरों के लिए बने श्रम कानूनों को पूंजी पतियों के पक्ष में बदल दिया गया है, इसी तरह कारपोरेट घरानों को कृषि क्षेत्र में घुसाने के लिए किसान विरोधी तीन कृषि कानून बनाए गए हैं, जिनका तीखा विरोध हो रहा है। रसोई गैस, डीजल, पेट्रोल की कीमतें बढ़ने से महंगाई, बेरोजगारी बढ़ी है, कोरोना महामारी से निपटने व जनता को राहत देने में मोदी सरकार पूरी तरह विफल रही है उन्होंने उपरोक्त मुद्दे पर पार्टी कार्यकर्ताओं से जनता को गोलबंद कर के बड़े संघर्ष पर उतरने का आह्वान किया।
सम्मेलन के समक्ष पार्टी जिला सचिव मदन प्रसाद ने विगत 3 वर्षों के आंदोलनों, अभियानों, कामों की रिपोर्ट सम्मेलन के समक्ष प्रस्तुत की तथा सम्मेलन के समक्ष बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी व गरीबी और बढ़ती सांप्रदायिकता के खिलाफ और महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती यौन हिंसा पर प्रस्ताव व मजदूरों- किसानों की समस्याओं/ मांगो आदि मुद्दों पर संघर्ष को तेज करने का प्रस्ताव रखा गया।
सम्मेलन में प्रतिनिधियों ने रिपोर्ट व प्रस्तावों पर अपने-अपने विचार व सुझाव रखे। सम्मेलन में डेलीगेट द्वारा उठाए गए सवालों/ प्रश्नों का जवाब मदन प्रसाद ने दिया। उसके बाद सम्मेलन में आए प्रतिनिधियों ने रिपोर्ट और संघर्षों को तेज करने के प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पास कर दिया।
इसके बाद नई कमेटी के लिए 11 सदस्यों के नाम का प्रस्ताव मदन प्रसाद ने सम्मेलन के समक्ष प्रस्तुत किया। सम्मेलन में आए प्रतिनिधियों ने नई कमेटी के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूर करते हुए तालियों की गड़गड़ाहट के साथ पास किया और नई कमेटी में मदन प्रसाद, गंगेश्वर दत शर्मा, डॉक्टर रुपेश वर्मा, भीखू प्रसाद, राम सागर, हरकिशन सिंह, लता सिंह, आशा यादव, चंदा बेगम, राम स्वारथ, नरेंद्र पांडे को चुना गया एवं आमंत्रित सदस्य भरत डेंजर चुना गया तथा पार्टी सचिव पुनः मदन प्रसाद को चुना गया।
सम्मेलन में 80 वर्षीय माकपा व किसान नेता कॉमरेड सरदाराम भाटी जिन्होंने पार्टी में अपने जीवन के 53 वर्ष पार्टी के विकास व मजदूर किसान आंदोलन में देकर महत्वपूर्ण भूमिका/ जिम्मेदारी निभाई उन्हें शॉल उड़ाकर, फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया और उन्हें स्वास्थ्य खराब होने के चलते पार्टी की जिम्मेदारियों से मुक्त किया गया। लेकिन गौतम बुध नगर कमेटी उनका आजीवन मार्गदर्शन लेते हुए अपने कार्यो का विस्तार करती करेगी।
सम्मेलन में समापन भाषण सीपीआईएम दिल्ली एनसीआर राज्य सचिव कामरेड के.एम. तिवारी ने रखा।
अंत में अध्यक्ष मंडल की ओर से कॉमरेड गंगेश्वर दत्त शर्मा ने सम्मेलन में आए प्रतिनिधियों व अतिथियों और नेताओं को धन्यवाद देते हुए सम्मेलन की समाप्ति की घोषणा किया।
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